Friday, 6 January 2017
अजयगढ़, पन्ना में कवियों ने खूब जमाया रंग रात्रि 2:00 बजे तक चला कवि सम्मेलन ******************************************************************** आदरणीय भाई श्री सुरेश सौरभ जी के संयोजन एवं आदरणीय दादा श्री नरेन्द्र मिश्र 'धड़कन' जी के कुशल संचालन में दिनांक ०३ जनवरी २०१७ को अजयगढ़ (पन्ना) में आयोजित विराट कवि-सम्मेलन सफल रहा. सभी कविगण आदरणीय दादा श्री नरेन्द्र धड़कन जी, दिनेश गुक्कज, प्रमोद पारखी, गजराज दास महंत, सरिता सिंघई कोहिनूर आनंद राज आनंद, , सुरेश सौरभ जी और आप सभी का बी.के.गुप्ता हिंद सभी ने शानदार काव्यपाठ कर खूब रंग जमाया श्रोताओ का भरपूर मनोरंजन किया. कार्यक्रम के छाया चित्र
आपके मित्र "हिन्द" को भोपाल मे मिला" प्रेम काव्य सागर "सम्मान जे एम डी प्रकाशन के साझा काव्य संकलन "प्रेम काव्य सागर " जिसमे 104 साहित्यकारो की रचनाएँ शामिल है जिसमे आपके बी.के.गुप्ता"हिन्द" की भी दो रचनाएँ शामिल है जिसका विमोचन 4 दिसंबर 2016 रविवार को मानस भवन भोपाल मे हुआ जिसमे श्री राघवेंद्र ठाकुर जी संपादक एवं वरिष्ठ कवियत्री प्रेमलता "नीलम" जी द्वारा मुझे यह सम्मान प्रदान किया गया |
-गजल-
वफा का कीमती रिस्ता दौलत से नहीं मिलता |
कभी भी प्यार लोंगों को नफरत से नहीं मिलता ||
जला कर प्यार का दीपक नफरत को जला देना |
किसी को प्यार का मंजर गफलत से नहीं मिलता ||
किसी को प्यार का मंजर गफलत से नहीं मिलता ||
खिला हो चाँद पूनम का तो दीदार कर लेना |
चमकने चाँद को हर दिन दहसत से नहीं मिलता ||
चमकने चाँद को हर दिन दहसत से नहीं मिलता ||
जिसे पाना हमारा हक उसको छीनना होगा |
जमाने मे हमे जो हक उलफत से नहीं मिलता ||
जमाने मे हमे जो हक उलफत से नहीं मिलता ||
यही है "हिन्द" का कहना मत करना तरफदारी |
हमेशा प्यार लोगो का रिश्वत से नहीं मिलता ||
हमेशा प्यार लोगो का रिश्वत से नहीं मिलता ||
बी.के. गुप्ता "हिन्द"
मोब-9755933943
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