Friday, 6 January 2017

-गजल-


वफा का कीमती रिस्ता दौलत से नहीं मिलता |
कभी भी प्यार लोंगों को नफरत से नहीं मिलता ||
जला कर प्यार का दीपक नफरत को जला देना |
किसी को प्यार का मंजर गफलत से नहीं मिलता ||
खिला हो चाँद पूनम का तो दीदार कर लेना |
चमकने चाँद को हर दिन दहसत से नहीं मिलता ||
जिसे पाना हमारा हक उसको छीनना होगा |
जमाने मे हमे जो हक उलफत से नहीं मिलता ||
यही है "हिन्द" का कहना मत करना तरफदारी |
हमेशा प्यार लोगो का रिश्वत से नहीं मिलता ||
बी.के. गुप्ता "हिन्द"
मोब-9755933943

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