Friday, 29 April 2016

"नहीं मिलता "

"नहीं मिलता "
विश्वाश के काबिल जब इंसान नहीं मिलता |
पत्थर ही पूजा जाता है भगवान नहीं मिलता ||
पत्थर की मूर्तियों से संवाद अगर होता |
मंदिर की मूर्ती को रब का नाम नहीं मिलता ||

खुद अपने दिल की पूजा इंसान अगर करता |
हर दर पे मिलता रब तू परेशान नहीं मिलता ||
दो प्यार करने वालो को प्यार अगर मिलता |
यह प्यार का रिस्ता भी बदनाम नहीं मिलता ||
इस देश में संतो को भगवान कहा जाता |
दिल में अगर संतो के हैवान नहीं मिलता ||
रचनाकार -
बी.के.गुप्ता"हिन्द"
मोब-9755933943

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